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रविवार, 27 मार्च 2022

बंदगी तेरी

तुझे मांगा ना अपने लिए
तुझे चाहा ना अपने लिए!
तू बंदगी थी मेरी...
तू दुआओ में रहे सदा मेरे!!

तू खुश रहे, खुशहाल रहे,
और क्या चाहे मुझे।।।

सुहाग तेरा, दामन से भरा रहे।।

हर करवा चौथ की शुभकामनाएं
हे जानिब, ईकैट्रा दुआ है मेरी।।

इश्क जिस्मानी नही

इश्क़ कोई जिस्म या शारीरिक संबध नहीं इश्क़ वह रूह, रूहानियत होती है, जो... जिसका जिक्र संभव नहीं।