वह परी भी ख़ास थी, वह पंछी भी ख़ास थी
वह गुलाब भी ख़ास था, वह फूल भी ख़ास था
बस, भवरे की चॉइस थी ग़लत।।
इश्क़ कोई जिस्म या शारीरिक संबध नहीं इश्क़ वह रूह, रूहानियत होती है, जो... जिसका जिक्र संभव नहीं।
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