शनिवार, 24 जुलाई 2021

 किसी के हिस्से में आए तुम

किसी के खुश नशिबी 

मेरे हिस्से, हिज़्र

और हिज़्र नशीबी।।

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इश्क जिस्मानी नही

इश्क़ कोई जिस्म या शारीरिक संबध नहीं इश्क़ वह रूह, रूहानियत होती है, जो... जिसका जिक्र संभव नहीं।