बेखबर हूं बेखबर ही रहने दो
अपनी जिन्दगी में ठीक हूं,
तुम्हारी जिंदगानी में दखलंदाजी ना होने दो।।
इश्क़ कोई जिस्म या शारीरिक संबध नहीं इश्क़ वह रूह, रूहानियत होती है, जो... जिसका जिक्र संभव नहीं।
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