बुधवार, 19 जनवरी 2022

वहीं पगडंडी, वहीं रास्ता
वहीं दिशा, वहीं एहसास
उसके राह पर, आज फिर सफर मेरा था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

इश्क जिस्मानी नही

इश्क़ कोई जिस्म या शारीरिक संबध नहीं इश्क़ वह रूह, रूहानियत होती है, जो... जिसका जिक्र संभव नहीं।